तन्हा सा इश्क़
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिले !!
जब कोई बहुत प्यार करे और न मिल पाए तो तकलीफ होती है ,पर प्यार में कोई बे वजह छोड़कर चले जाये , या धोखा देदे तो तकलीफ के साथ नफरत होती है, ,कुछ ऐसा ही हुआ था सोनी के साथ , जो लड़की कभी किसी लड़के को नजर उठाकर देखती तक नहीं थी , कितने ही लड़के उसे पसंद करते थे ,पर वो सिर्फ अपने से मतलब रखती थी , सोनी के फैमिली बैकग्राउंड ठीक न होने की वजह से वो पढाई भी सरकारी स्कूल से कर रही थी , और साथ में ही जॉब भी करती थी ,ऐसा नहीं था कि वो सपने नहीं देखती थी हर लड़की के सपने होते है ,और उसके सपने भी बहुत हसीं थे , और सपनो में था एक राजकुमार जो सच में भी सोनी को कुछ ऐसे ही टकराया था वो सोनी को , उसका राजकुमार जिसके अक्सर वो सपने देखा करती थी , हाँ रवि नाम था उसका जो की उसके ही सामने वाले कॉलेज में रेगुलर बी.सी. ऐ.की पढ़ाई कर रहा था , और एक दिन लाइब्रेरी में सोनी से टकराया था, एक किताब के बहाने से , सोनी को कवितायेँ और कहानियां पढ़ने और लिखने का बहुत शोक था , इसलिए वो किताबें पढ़ा करती थी, एक दिन जब वो लाइब्रेरी में थी तभी उसके पास उसकी दोस्त का फ़ोन आता है और वो उसे जल्दी ही घर बुलाती है और वो भागते हुए घर जाती है तभी वहाँ से एक लड़का जिसका नाम रवि था वो आ रहा था और दोनों टकरा गए और जल्दी जल्दी में किताब बदल गयी , आई ऍम सॉरी बोलते हुए सोनी जल्दी से निकल गयी और रवि उसे देखता रह गया और बोला कितनी पागल है ये लड़की इतना तेज भाग कर गयी है जैसे कोई ट्रेन छूट रही हो ,रवि बहुत पढ़ने वाला लड़का था , वही सोनी अपनी जिम्मेदारियों को संभालने वाली सीधी सादी, बी सी ऐ की पढाई करके कंप्यूटर इंजीनियर की जॉब कर रही थी साथ में पढाई भी कर रही थी , रवि ने जब सोनी को पहली बार देखा था तभी उसे सोनी से प्यार हो गया था , पर वो कहाँ इन सब में पड़ने वाला था ,रवि अपनी किताबों को लेकर बैठ गया , और जैसे ही उसने किताबें खोली तो देखा कि उसमे उसकी किताब नहीं थी बल्कि उस लड़की कि किताब थी जो गलती से बदल गयी थी ,तभी दूसरे दिन वो लाइब्रेरी गया तो उसने उसी लड़की को देखा बुक चेंज करने को कहा उसने बोला थैंक्स रवि ने कहा कि आप इतनी जल्दी में थी तो बुक बदल गयी थी हमारी और आप रुके ही नहीं सोनी ने कहा थैंक्स
बुक लौटाने के लिए और वहां से चली गयी , रवि ने सोचा कि कितनी घमंडी लड़की है कुछ बोलती ही नहीं , न जाने क्यों बहुत अलग सी थी वो रवि अपनी पढ़ाई करके सोने के लिए गया तो उसके ख्याल में सोनी का जिक्र आया और रवि ने सोचा ,रवि ने सोनी को फेसबुक पर सर्च किया तो उसने सोनी की लिखी हुई एक शायरी पढ़ी !
अब के बिछड़े तो शायद कभी खवाबों में मिले ,
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिले !!
रवि को उसकी शायरी दिल को छू गयी , अब वो हमेशा सोनी का लाइब्रेरी में इंतज़ार करता , किताबों के बदल जाने का बहाना लेकर उससे बात करने जब वो पहली बार सोनी के पास आया तो सोनी ने उसे कहा देखो तुम मुझ से दूर ही रहो तो अच्छा है ,में उन लड़कियों में से नहीं हु जो दो पल की मुलाकात में प्यार कर बैठे ,रवि ने उसे सुनते हुए उसकी कविता की आगे की लाइन कही ,
ढूँढ उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती
ये ख़ज़ाने तुझे मुमकिन है ख़राबों में मिलें !!
सोनी अचानक से उसे देखने लगी और सोनी ने कहा की तुम ने ये कहाँ पढ़ी तभी रवि बोला तुम्हे देखा जब से तब से सोच रहा हूँ तुम्हे बस सर्च कर लिया तुम्हे हर जगह , जहां जहां तुम थी !!
रवि अपनी किताबों से हट कर सोनी के बारे में ही सोचता रहता कि कितनी सारी लड़कियां उसे पसंद करती है पर ये लड़की सबसे अलग है इससे मन जुड़ गया था,बस उसके ही बारे में सोचता रहता ,अब रोज दोनों लाइब्रेरी में मिलते तो दोनों बाते करने लगे, ,और बातों ही बातों में दोस्ती हो गयी थी , अब दोनों एक साथ बैठते थे , किताबें पढ़ते , रवि ने अपने बारे में सब बताया कि में आई एस या आई पी एस बनना चाहता हु और उसी के लिए पढाई कर रहा हूँ , बातों ही बातों में सोनी ने रवि से पूछा कि कैसी लड़की चाहिए तुम्हे रवि ने बताया कि मेने ये कभी सोचा ही नहीं पर अब सोचने लगा हूँ , तुम्हारे जैसी नहीं तुम ही मेरी बनोगी , आई लव यू सोनी में तुमसे प्यार करने लगा हूँ ,और तुम से शादी करना चाहता हूँ , सोनी ने ये बात सुन कर हसंकर कहा जनाब आप पढाई में ध्यान दो , लड़की के चक्कर में न पड़ो तो अच्छा है , रवि ने कहा ऐसा नहीं है , में तुम्हारी हाँ का इंतज़ार करूँगा , सोनी ने कहा ठीक है में कल जवाब देती हूँ , पर अगर मेरी न हुई तो हमारी दोस्ती पहले जैसी ही रहेगी , रवि ने कुछ नहीं कहा , वो कल के लिए रुक गया था ,
सोनी ने ज्यादा न सोच कर बस आराम से सो गयी , दूसरे दिन जब सोनी ऑफिस में थी तभी रवि का मैसेज आया कि क्या हुआ तुम ने मुझे जवाब नहीं दिया , तभी सोनी ने उसे सब बताया अपनी पढाई , अपने मम्मी पापा , बैक ग्राउंड जॉब सबके बारे में बताया , और बोली कि मेरे पास कुछ नहीं तुम्हे देने के लिए , रवि ने कहा तुम हो तो सब कुछ है , तुम नहीं तो कुछ भी नहीं , तुम्हारे बिन में नहीं ,ये बातें न जाने क्यों सोनी के मन को भा गयी थी , उसे भी रवि कि बाते अच्छी लगती थी , उसका इंतज़ार करने लगी थी , दोनों मिलने लगे थे , एक साथ खाना कहते , एक दूसरे की केयर करते , एक दूसरे के हाथों में हाथ डाले हुए घंटो बैठे रहते ,एक दिन रवि ने सोनी के सोल्डर पर सर रखकर बोला कि तुम्हे पता है में इन खूबसूरत लम्हों को जीने के लिए तड़पता था ,तुम हमेशा मेरा साथ दोगी न , में तुम्हारे बिना नहीं जी सकता , मुझे छोड़कर तो नहीं जाओगी कभी , में सरकारी जॉब करना चाहता हूँ शायद उसमे मुझे टाइम लगे पर मेरे साथ रहोगी न , इंतज़ार करोगी न , और में तुम्हे हर वो ख़ुशी देना चाहता हूँ , जो तुम्हे ख़ुशी दे ,इतनी ख़ुशी दूंगा जो कि तुमने कभी सोची भी नहीं होगी , सोनी ने कहा कि तुम्हारा बोलना ही मेरे लिए बहुत ख़ुशी की बात है ,हाँ में तुम्हारे साथ रहूंगी , ख़ुशी हो या दुःख हर वक़्त साथ दूंगी , बस कभी हार मत मानना, तो रवि कहने लगा कि तुम थोड़े में खुश हो जाती हो ,! में तुम्हे बहुत सारी खुशियां देने वाला हूँ !! तभी अचानक बारिश होने लगी , और रवि सोनी का हाथ पकड़ के उसे एक सेफ जगह ले गया , और बारिश को देखकर सोनी बारिश में भीगने लगी और रवि उसे देखने लगा , कितनी खूबसूरत लग रही थी वो ,रवि कहने लगा कि सोनी बेबी आपको ठण्ड लग जाएगी ,सोनी ने कहा नहीं लगेगी , बारिश में आइसक्रीम खाने का मजा ही कुछ और है ,आओ तुम भी भीग जाओ मेरे साथ में !!
Sheetal_Singh